खुले बाल... होंठो पर कामुक लाल लिपिस्टिक...
और आँखों मे हवस के साथ होंठो पर प्यास देख अहसास होता है कि औरत मर्द को अपना ज़िस्म सौंप अपनी अधूरी प्यास को बुझाकर आज फिर उसी ज़ालिम के लिये सजकर तैयार है..!
मर्द के झटकों से मीठे दर्द के अहसास ने आज फिर उसकी प्यास को जगाया है तभी तो अपने को सोलह श्रंगार कर सजाया है!
औरत श्रंगार पति के नाम से करेगी पर प्यास को बुझाने के लिये खुशी खुशी अपना ज़िस्म उसी को सौंपेगी जो उसकी प्यास बुझा सके... 🤣
मर्द की धक्को की स्पीड...
मर्द धक्के मारते समय कभी-कभी इतनी तेज धक्का मार देते हैं कि, गुफा कि गहराई से आगे तक घुस जाता है। 💥🤷और हमे असहनीय दर्द से गुजरना पड़ता हैं। कोई प्यार से नहीं करता है.
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